कक्षा 12वीं रसायन विज्ञान अध्याय 1 से 2 तक लघु उत्तरीय प्रश्न class 12th chemistry laghu uttariya prashn
इसमें मैंने आपको सबसे important Class 12Th chemistry के लघु उत्तरीय प्रश्नों को बताया है जो up board exam में हर साल पूछे जाते हैं अगर आप इन सभी लघु उत्तरीय प्रश्नों को तैयार कर लेते हैं तो आप up board exam में अच्छा नंबर लेकर आएंगे
Class 12th chemistry solid state (ठोस अवस्था) के important लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्न – फ्रेंकल दोष एवं शॉटकी दोष क्या है उदाहरण सहित समझाइए (2020,2019)
या – फ्रेंकल दोष एवं शॉटकी दोष में अंतर स्पष्ट कीजिए
उत्तर – फ्रेंकल दोष – फ्रेंकल दोष तब उत्पन्न होता है जब आयन अपनी जालक स्थिति को त्याग कर अंतराकाशी स्थान को ग्रहण कर लेते हैं | यह हमेशा उन आयनिक यौगिकों में पाया जाता है जिसमें क्रिस्टल संरचना की समन्वय संख्या का मान बहुत कम होता है और ऋणयन का आकार धनायन के आकार से बहुत अधिक होता है |
उदाहरण के लिए जैसे – AgBr, AgCl, Agl, ZnS इत्यादि
शॉटकी दोष – यह दोष तब उत्पन्न होता है जब जालक से समान संख्या में धनायन और ऋणाआयन विलुप्त हो जाते हैं | शॉटकी दोष उन आयनिक यौगिकों में पाया जाता है जिनमें क्रिस्टल संरचना के समन्वय संख्या का मान बहुत अधिक होता है और धनायन एवं ऋणाआयन लगभग समान आकार के होते हैं |
उदाहरण के लिए जैसे – CsCl, KBr, KCl, NaCl, AgBr इत्यादि
प्रश्न – निम्नलिखित को उदाहरण सहित स्पष्ट करो
- अंतराकाशी दोष 2. F-केंद्र
उत्तर – 1. अंतराकाशी दोष – जब कुछ अवयवी कण जैसे परमाणु या अणु अपने अंतराकाशी स्थल में चले जाते हैं तब उत्पन्न दोष को अंतराकाशी दोष कहते हैं | यह दोष कभी भी दिखाई नहीं देता हैं | लेकिन यह दोष अनायनिक ठोसो में दिखाई देता हैं | अंतराकाशी दोष सदैव पदार्थ के घनत्व को बढ़ा देते हैं
- F-केंद्र – यह वह स्थान है जहां पर ऋणायन रिक्तिका में इलेक्ट्रॉन उपस्थित होता हैं | इसे धातु आधिक्य दोष भी कहते हैं
Class 12th chemistry Solution (विलयन) के important लघु उत्तरीय प्रश्न
प्रश्र – समपरासरी विलयन क्या होता है
उत्तर – वह विलयन जिनके परासरण दाब समान ताप पर समान होते हैं उसे समपरासरी विलयन कहते हैं | दो समपरासरी विलयन को अर्ध पारगम्य झिल्ली द्वारा पृथक करने पर कभी भी परासरण नहीं होता है |
प्रश्न – मोलरता तथा मोललता की परिभाषा लिखिए और इन में अंतर स्पष्ट करो
उत्तर – मोलरता – किसी विलयन के 1 लीटर में घुले विलेय के ग्राम अणु या मोलो की संख्या को विलयन की मोलरता कहते हैं
मोललता – 1000 ग्राम विलायक में घुले विलय के ग्राम अणुओं या मोलो की संख्या को उस बिलयन की मोललता कहते हैं
दोनों में अंतर – मोलरता ताप के साथ परिवर्तित होती है लेकिन मोललता ताप के साथ परिवर्तित नहीं होती है
प्रश्न – परासरण दाब को उदाहरण सहित समझाइए
उत्तर – वह कम से कम बाहरी दाब जो विलयन पर लगाने से उसका वाष्प दाब उसके विलायक के वाष्पदाब के बराबर कर देता है उसे परासरण दाब कहते हैं
उदाहरण – एक पात्र को अर्ध पारगम्य झिल्ली के द्वारा दो बराबर भागों में बांट दिया जाता है पात्र में दोनों तरफ एक पिस्टल लगा देते हैं अब इसमें से एक भाग में विलियन तथा दूसरे भाग में जल भर देते हैं और परासरण की क्रिया प्रारंभ होती है तब विलियन वाला पिस्टन ऊपर की ओर उठने लगता है और इस क्रिया को रोकने के लिए इतना ही वाह्य दाब पिस्टन पर आरोपित किया जाता है कि परासरण की क्रिया रुक जाए और परासरण की क्रिया को रोकने के लिए लगाया गया वाह्य दाब ही परासरण दाब के बराबर होता है
प्रश्न – प्रतिलोम परासरण से क्या समझते हैं उदाहरण सहित लिखो
उत्तर – जब विलयन पर उसके परासरण दाब से अधिक दाम लगाए तो अर्ध पारगम्य झिल्ली के माध्यम से विलयन से विलायक का प्रवाह शुद्ध बिलयन की तरफ होने लगता है इसी क्रिया को प्रतिलोम परासरण कहते हैं
उदाहरण – इस प्रक्रिया का प्रयोग समुद्री जल एवं कठोर जल को शुद्ध करने में करते हैं |