यूपी बोर्ड कक्षा 12 हिंदी के सभी महत्वपूर्ण लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे , अर्थ सहित  वाक्य प्रयोग

यूपी बोर्ड कक्षा 12 हिंदी के सभी महत्वपूर्ण लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे , अर्थ सहित  वाक्य प्रयोग 

ब्लॉग पोस्ट मैंने कक्षा बारहवीं हिंदी की सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न को बताया जो कि यूपी बोर्ड परीक्षा हिंदी के पेपर में हर साल पूछ लिया जाता है इस ब्लॉग पोस्ट पर मैंने यूपी बोर्ड परीक्षा में आने वाले कक्षा बारहवीं हिंदी के सभी महत्वपूर्ण लोकोक्तियां एवं मुहावरे का अर्थ सहित एवं वाक्य प्रयोग करके बताया है इन लोकोक्तियां एवं मुहावरे को आप जरूर पढ़ लें क्योंकि यूपी बोर्ड कक्षा 12वीं हिंदी व्याकरण का सबसे महत्वपूर्ण प्रश्न है यह आपके बोर्ड परीक्षा में 2 अंकों का पूछा जाता है |

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लोकोक्तियाँ एवं मुहावरे – 

लोकोक्तियाँ/मुहावरे अर्थ वाक्य – प्रयोग
अधजल गगरी छलकत जाय । अधूरे ज्ञान वाले का अधिक बोलना । रमेश अल्पज्ञानी होते हुए विद्वान बनने का ढोंग वैसे करता

है जैसे अधजल गगरी छलकती जाती है। [2020 ZI]

अन्धे की लकड़ी होना । एकमात्र सहारा । सवर्ण कुमार अपने माता-पिता के लिए अन्धे की लकड़ी के समान था। [2020ZM, 21 DJ]
अपना उल्लू सीधा करना । स्वार्थी होना । आजकल लोग अपना उल्लू सीधा करने में लगे रहते हैं ।
अपने पैर पर खड़े होना । स्वावलम्बी होना । लड़के के अपने पैर पर खड़े होने पर ही उसका विवाह करना चाहिए। [2020 ZI]
छक्के छुड़ाना। पराजित करना । भारतीय क्रिकेट टीम ने पाकिस्तान के छक्के छुड़ा दिये।
सावन हरे न भादों सूखे । सदा एक समान रहना । सच्चे महापुरुष न सावन में हरे होते हैं न भादों में सूखते हैं। [2020 ZH, ZI, 21 DJ ]
उल्टी गंगा बहाना परम्परा के विपरीत कार्य करना । चाचा को आदेश देकर उल्टी गंगा क्यों बहाते हो। [2020ZI, ZK, ZNJ
कलई खुलना। भेद खुल जाना । पत्रकारों ने अनेक नेताओं की कलई खोल दी । [ 2020ZK]
गूलर का फूल होना। अति दुर्लभ होना । गूलर के फूल के समान एक वर्ष से तुम दिखाई नहीं दिये। [2020ZI]
नाक में नकेल डालना। वश में करना । अनेक महिलाएँ अपने पतियों की नाक में नकेल डाल देती हैं।
मक्खन लगाना । चापलूसी करना । सुरेश अधिकारियों को मक्खन लगाने में ही लगा रहता है। [2020ZK, 21 DH]
पिया चाहे सोई सुहागिन । अधिकारी जिसे चाहे वही योग्य । विद्यालय में प्रधानाचार्य प्रायः वही होता है जिसे प्रबन्धक पसन्द करे |
मुँह फुलाना। असन्तुष्ट होना । छोटी-छोटी बातों में मुँह फुलाना ठीक नहीं है।
दाँत खट्टे करना । पराजित करना । आजाद हिन्द फौज ने अंग्रेजों के दाँत खट्टे कर दिये थे।
आम के आम गुठलियों के दाम । दोहरा लाभ होना । आम के आम गुठलियों के दाम । [2020 ZM]
आँख का तारा होना। अत्यधिक प्रिय होना। राम मेरी आँखों का तारा है। [2020 ZH, सा० 20 ZK]
पानी-पानी होना । लज्जित होना । श्याम परीक्षा में अनुत्तीर्ण होने पर पानी-पानी हो गया। [2020ZH, ZI]
दाल में काला होना । सन्देह होना । भर्ती परीक्षाओं में सरकार को भी मानना पड़ा कि दाल में

कुछ काला है। [2020 ZN, 21 DJ]

हाथ कंगन को आरसी क्या । प्रत्यक्ष को प्रमाण की क्या आवश्यकता । कार चलाकर अच्छे चालक का प्रमाण दे दो क्योंकि हाथ कंगन को आरसी क्या। [2020ZH, ZI, ZN]
गागर में सागर भरना । थोड़े में बहुत अधिक । कविवर बिहारी ने अपने दोहों में गागर में सागर भर दिया है।
अक्ल का दुश्मन । मूर्ख । नरेश अक्ल का दुश्मन है। [2020ZM]
घोड़े बेचकर सोना । गहरी नींद सोना । परीक्षा के दिनों में भी वह घोड़े बेचकर सोता है। [2021 DH]
हाथ पीले करना । विवाह करना । कमला ने अपनी पुत्री के हाथ पीले कर दिये। [ 2020 ZM]
होश उड़ जाना । घबरा जाना । सामने शेर को आता देखकर शिकारी के होश उड़ गये।
हवा से बातें करना । तेज गति से दौड़ना । तक राणाप्रताप के सवार होते ही हवा से बातें करने लगता था। [2021 DH]
बालू की दीवार । दुर्बल आधार । बालू की दीवार पर जीवन का महल बनाना उचित नहीं है।
पापड़ बेलना । कष्ट सहना । राम को नौकरी प्राप्त करने के लिए बहुत पापड़ बेलने पड़े।

[2020 ZI, 21DJ]

 

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