यूपी बोर्ड कक्षा 12 जीव विज्ञान पिछले साल का पेपर हल सहित | Up Board Previous Year Question Paper Class 12 Biology | Up Board Class 12 Biology Model Paper | Up Board Previous Year Question Paper Class 12 Biology PDF | Up Board Previous Year Question Paper PDF | Class 12 Biolog Previous Year Question Paper
SET 1 –
समय: तीन घण्टे 15 मिनट ] [ पूर्णांक : 70
नोट- प्रारम्भ के 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्नपत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं।
निर्देश- (i) सभी प्रश्न अनिवार्य हैं। (ii) आवश्यकतानुसार अपने उत्तरों की पुष्टि नामांकित रेखाचित्रों द्वारा कीजिए। (iii) प्रत्येक प्रश्न के निर्धारित अंक उनके सम्मुख अंकित हैं।
बहुविकल्पीय प्रश्न
1. सही विकल्प चुनकर अपनी उत्तर पुस्तिका में लिखिए। (क) निभाग पाया जाता है
(i) परागकण में
(ii) बीजाण्ड में
(iii) भ्रूणपोष में
(iv) उपरोक्त सभी में
उत्तर – बीजाण्ड में
(ख) खाद्य श्रृंखला में मनुष्य है
(i) उत्पादक
(ii) अपघटनकर्ता
(iii) उपभोक्ता
(iv) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर – उपभोक्ता
(ग) क्या पुरुष से सम्बन्धित है ?
(i) वैसेक्टोमी
(ii) गोलियाँ
(iii) ट्यूबेक्टोमी
(iv) उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर – वैसेक्टोमी
(घ) वंशागति की इकाई है
(i) जीनप्ररूप
(ii) गुणसूत्र
(iii) गॉल्गीकाय
(iv) जीन
उत्तर – जीन
अतिलघु उत्तरीय प्रश्न
2. (क) लिंग सहलग्न गुण से आप क्या समझते हैं? मानव में किन्हीं दो लिंग सहलग्न गुणों का नाम लिखिए।
उत्तर – प्रायः लिंग गुणसूत्रों पर जो लक्षणों के जीन्स होते हैं उनका सम्बन्ध लैंगिक लक्षणों से होता है। लिंग गुणसूत्रों पर इनके अतिरिक्त कुछ जीन्स कायिक या दैहिक लक्षणों वाले भी होते हैं ये लिंग सहलग्न जीन्स कहलाते हैं तथा इनसे उत्पन्न लक्षण लिंग सहलग्न गुण कहते हैं।
* मनुष्य वर्णान्धता तथा हीमोफीलिया दो लिंग सहलग्न गुण हैं।
(ख) पुनरुद्भवन द्वारा प्रजनन करने वाले किन्हीं दो जन्तुओं के नाम लिखिए।
उत्तर – पुनरुद्भवन द्वारा प्रजनन करने वाले दो जन्तु प्लेनेरिया तथा हाइड्रा है |
(ग) किन्हीं दो आभासी फलों के नाम लिखिए।
उत्तर – दो आभासी फलों के नाम काजू तथा सेब हैं
(ड) परिवार नियोजन की स्थायी विधियाँ क्या हैं?
उत्तर – परिवार नियोजन की स्थायी विधियाँ ट्यूबेक्टोमी और वैसेक्टोमी हैं |
लघु उत्तरीय प्रश्न
3. (क) एण्टअमीबा द्वारा कौन-सी बीमारी उत्पन्न होती है? इसका नियंत्रण कैसे हो सकता है?
उत्तर – एण्टअमीबा हिस्टोलिटिका यह मानव शरीर की आँत में पाया जाने वाला अन्तः परजीवी प्रोटोजोअन्स है, जो ‘अमीबीय पेचिश रोग उत्पन्न करता है। एण्टअमीबा जिन्जीवेलिस यह मनुष्य के मसूड़ों में पाए जाने वाला अंतः परजीवी है जो पायरिया नामक रोग उत्पन्न करता है
इसका नियंत्रण – भोजन को अच्छी तरह से पकाकर खाना चाहिए तथा फल-सब्जियाँ, आदि को ठीक प्रकार से धोना चाहिए। नियमित रूप से नहाना, नाखून काटना व भोजन से पूर्व हाथ धोने चाहिए। स्वच्छ जल का प्रयोग करना चाहिए।
(ख) कोडान एवं एण्टी-कोडान में अन्तर स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – कोडान – न्यूक्लियोटाइड्स के उस समूह को जिसमें किसी एक अमीनो अम्ल के लिए सन्देश या कोड होता हैं उसे कोडॉन कहते हैं।
एण्टीकोडॉन – tRNA में उपस्थित उस तीन क्षारक समूह को जो mRNA में उपस्थित कोडोन का पूरक हो उसे एण्टीकोडॉन कहते हैं |
(ग) वाहितमल उपचार में सूक्ष्मजीवों के महत्व को स्पष्ट कीजिए।
उत्तर – वाहित मल का प्राथमिक उपचार करने के के बाद प्राथमिक बहिःस्राव को बड़े-बड़े वायवीय टैंकों से गुजारा जाता है जिसमें लगातार वायु प्रवाहित होती रहती है। जिसके फलस्वरूप वायवीय सूक्ष्मजीवियों की अत्यधिक वृद्धि होती है। इसे ऊर्णक कहा जाता हैं। इनके कारण बहिःस्राव का BOD कम होने लगता है। जिसके बाद इस प्राथमिक बहिःस्राव को निःसादन टैंक में भेजा जाता हैं, जहाँ जीवाणु झुण्ड इसे activated sludge में परिवर्तित कर देते हैं। इसे बड़े-बड़े टैंक में पम्प किया जाता है जिनमें अनॉक्सी जीवाणु वृद्धि करके आपंक में उपस्थित शैवाल, कवक तथा जीवाणुओं आदि का पाचन कर देते हैं। पाचन के दौरान बायोगैस उत्पन्न होती है। जिसमें मेथेन, हाइड्रोजन सल्फाइड तथा कार्बन डाइऑक्साइड होती है। बायोगैस ज्वलनशील होने के कारण इसका उपयोग ऊर्जा तथा प्रकाश नगर पालिकीय स्रोत के रूप में किया जाता है
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न
4. (क) जैव-विविधता से क्या समझते हैं? इसको कैसे संरक्षित किया जा सकता है?
उत्तर – यह शब्द ग्रीक शब्द bio (जीवन) तथा लैटिन शब्द डाइवरसस (diversus) (विभिन्न) से मिलकर बना है जिसका मतलब होता है पृथ्वी पर जीवो की विविधता | पृथ्वी पर विभिन्न जातियों का पाया जाने वाला जैवविविधता कहलाता है |
जैव विविधता का संरक्षण-जैव विविधता को संरक्षित करने के लिए दो विधियाँ प्रयोग में लाई जाती है—
1. स्वस्थाने संरक्षण -इस विधि में संकटग्रस्त जातियों को प्राकृतिक परिस्थितियों में ही रखा जाता है। ऐसे क्षेत्रों को सुरक्षित क्षेत्र घोषित किया जाता है। जिसके वजह से राष्ट्रीय उद्यान, अभयारण्य तथा वन्य जन्तु विहार बनाए गए हैं। भारतवर्ष में लगभग 90 राष्ट्रीय उद्यान तथा 448 अभयारण्य वन्य जन्तु विहार है।
2. उत्स्थाने संरक्षण – इस विधि में संकटग्रस्त जातियों को उनके प्राकृतिक आवासों से हटाकर अन्य सुरक्षित स्थानों जैसे राष्ट्रीय उद्यानों, सफारी पार्कों , वनस्पति उद्यान एवं शोधशालाओ में रखा जाता है।