कक्षा 12 रसायन विज्ञान मॉडल पेपर हल सहित ( Class 12 Chemistry Model Paper Up Board )
समय : 3 घंटे 15 मिनट पूर्णांक : 70
नोट : प्रारंभ की 15 मिनट परीक्षार्थियों को प्रश्न पत्र पढ़ने के लिए निर्धारित हैं
बहुविकल्पीय प्रश्न –
1. ग्रेफाइट होता है
a) आयनिक ठोस
b) धात्विक ठोस
c) आणविक के ठोस
d) सहसंयोजक ठोस
उत्तर – ग्रेफाइट धात्विक ठोस होता है
2. हिमांक का अवनमन सीधा समानुपात दर्शाता है
a) विलियन का मोल अंश
b) बिलियन की मोलरता
c) बिलियन की मोललता
d) विलायक की मोललता
उत्तर – हिमांक का अवनमन सीधा विलयन की मोललता का समानुपात दर्शाता है
3. वायुमंडल में सर्वाधिक पाई जाने वाली अक्रिय गैस है
a) हीलियम
b) नियान
c) आर्गन
d) जिनान
उत्तर – वायुमंडल में सर्वाधिक आर्गन गैस पाई जाती है
4. रंगीन आयनों का निर्माण संभव होता है जब योगिक में विद्यमान होते हैं
a) युग्मित इलेक्ट्रॉन
b) अयुग्मित इलेक्ट्रॉन
c) अनाबंधित इलेक्ट्रॉन
d) इनमें से कोई नहीं
उत्तर – रंगीन आयनों का निर्माण तभी संभव होता है जब यौगिक में अयुग्मित इलेक्ट्रॉन हो
5. निम्न में से फास्जीन है
a) PH3
b) POCl3
C) CS2
d) COCl2
उत्तर – COCl2 फास्जीन है
अति लघु उत्तरीय प्रश्न –
1. मोलल उन्नयन स्थिरांक किसे कहते हैं ?
उत्तर – किसी विलायक के 1000 ग्राम में विलय पदार्थ के एक मोल को घोलने पर क्वथनांक में होने वाली वृद्धि मोलल उन्नयन स्थिरांक कहलाता है |
2. रेडान की खोज किसने किया था और इसका उपयोग किस रोग के उपचार में किया जाता है ?
उत्तर – रेडान की खोज सन 1902 ईसवी में डार्न ने रेडियम के रेडिओऐक्टिव से किया था
3. कारण सहित स्पष्ट कीजिए कि हीलियम उत्कृष्ट गैसों में सबसे अधिक निष्क्रिय है
उत्तर – He से रेडान की ओर जाने पर आयनन ऊर्जा का मान घटता है इसलिए हीलियम की आयनन ऊर्जा सभी उत्कृष्ट तत्वों में सर्वाधिक है इसमें से इलेक्ट्रॉन निष्कासित करना बहुत कठिन होता है इस कारण यह कहा जाता है कि हिलियम उत्कृष्ट गैसों में सबसे अधिक निष्क्रिय है
4. संक्रमण तत्व क्या होता है इनके चुंबकीय और उत्प्रेरकिय गुण को समझाइए
उत्तर – वे तत्व जिनमें अंतिम इलेक्ट्रॉन वाह्यतम कोश से पहले कोश अर्थात (n – 1)d उपकोष में भरा जाता है d ब्लॉक के तत्व कहलाते हैं
* इनके गुण s तथा p ब्लॉक के तत्वों के मध्यवर्ती होने के कारण इन्हें संक्रमण तत्व कहा जाता है
5. संक्रमण तत्व की चार विशेषता को लिखे
उत्तर – a. यह शंकर आयन बनाते हैं
b. यह रंगीन लवण बनाते हैं
c. यह अनु चुंबकीय गुण तथा उत्प्रेरक गुण दर्शाते हैं
लघु उत्तरीय प्रश्न –
1. लैंथेनाइड तत्वों के दो उदाहरण दीजिए तथा इनके प्रमुख उपयोग लिखो
उत्तर – लैंथेनाइड तत्व के उदाहरण
57 लैंथेनम (La)
58 सिरियम (Ce)
लैंथेनाइड तत्वों के उपयोग –
a. इनका उपयोग कार्बन आर्क लाइट बनाने में किया जाता है
b. इनका उपयोग मिश्र धातु बनाने में भी किया जाता है
2. किण्वन किसे कहते हैं तथा इस क्रिया के लिए अनुकूल परिस्थितियां क्या होती हैं?
उत्तर – जटिल कार्बनिक यौगिकों का अणुजीवों (enzyme) द्वारा सरल यौगिकों में अपघटन की क्रिया किण्वन कहलाती है |
इस क्रिया के लिए अनुकूल परिस्थितियां –
a. कार्बनिक यौगिकों का प्रयुक्त बिलियन तनु होना चाहिए
b. तापमान लगभग 25 से 30 डिग्री सेल्सियस होना चाहिए
c. प्रयोग किया जाने वाला बिलियन अधिक अम्लीय हो और ना अधिक क्षारीय हो अर्थात इस का पीएच मान 6 से 8 होना चाहिए
d. ऐसी पदार्थ को उपयोग में नहीं लाया जाता जिनकी उपस्थिति से किड्व अर्थात अणुजीवी नष्ट हो जाते हैं
3. कैनिजारो अभिक्रिया पर संक्षिप्त टिप्पणी करो
उत्तर – वह एल्डिहाइड जिनमें अल्फा हाइड्रोजन नहीं होता है और कास्टिक क्षारों के सांद्र बिलियन के साथ अभिक्रिया करके कार्बोक्सिलिक अम्ल का सोडियम या पोटेशियम के लवण देते हैं कैनिजारो अभिक्रिया कहलाता है
4. रासायनिक अभिक्रिया देते हुए समझाइए कि डाइऐजोटीकरण क्या होता हैं
उत्तर – जब एरोमेटिक प्राथमिक ऐमीन, सोडियम नाइट्राइट और तनु HCl के मिश्रण के साथ 0 से 5 डिग्री सेल्सियस ताप पर अभिक्रिया करके ऐमिनो समूह को डाइऐजो समूह में परिवर्तित कर देता है तो इस अभिक्रिया को डाइऐजोटीकरण कहते हैं
5. प्रश्न – राउल्ट का वाष्प दाब अवनमन नियम लिखिए तथा इसकी सीमा को बताइए
उत्तर – किसी विलयन की वाष्प दाब का आपेक्षिक अवनमन विलेय पदार्थ के मोल प्रभाज के बराबर होता है जिसे राउल्ट का नियम कहते हैं
राउल्ट का वाष्प दाब अवनमन नियम की सीमा –
1. राउल्ट का नियम केवल अवाष्पसील पदार्थों के विलयन के ऊपर लागू होता है
2. वैद्युत अपघट्य के विलियन के ऊपर इस नियम को लागू नहीं करते
दीर्घ उत्तरीय प्रश्न –
1. कोलाइडी विलियन के शोधन की दो विधियों का उल्लेख करो? 2011,2019
या वैद्युत अपोहन द्वारा कोलाइडी विलियन का शोधन कैसे किया जाता है? 2019,2020
उत्तर – कोलाइडी विलियन के शोधन
a) अपोहन – जब अशुद्ध साल को जंतु झिल्ली की थैली में भरकर इसे जल से भरे पात्र में लटका देते हैं तो अशुद्धियों के कण सूक्ष्म होने के कारण धीरे धीरे बाहरी जल में विसरित हो जाते हैं तथा थैली में शुद्ध साल शेष बचा रह जाता है इसी प्रक्रिया को अपोहन कहते हैं तथा इसमें प्रयुक्त होने वाले उपकरण को अपोहक कहते हैं
b) वैद्युत अपोहन – विद्युत के द्वारा अपोहन करने की क्रिया को विद्युत अपोहन कहते हैं इसमें अशुद्ध साल की भरी जंतु झिल्ली की थैली में दोनों की ओर इलेक्ट्रोड लगा देते हैं तो अशुद्ध साल में उपस्थित आयनिक अशुद्धियां इलेक्ट्रॉनों द्वारा आकर्षित होकर तेजी से वाह्य जल में विसरित हो जाती हैं जिससे शुद्ध साल प्राप्त होता है और यह प्रक्रिया विधुत अपोहन और इस में प्रयुक्त होने वाले उपकरण को वैद्युत अपोहक कहते हैं