प्रदूषण पर निबंध : यूपी बोर्ड कक्षा 12 हिंदी निबंध लेखन – प्रदूषण पर निबंध कैसे लिखें?

प्रदूषण पर निबंध : यूपी बोर्ड कक्षा 12 हिंदी निबंध लेखन

इस पोस्ट में मैंने यूपी बोर्ड कक्षा 12वीं हिंदी का महत्वपूर्ण निबंध को बताया है | आप इस प्रदूषण पर निबंध को तैयार करने क्योंकि यूपी बोर्ड परीक्षा कक्षा बारहवीं के हिंदी पेपर में प्रदूषण पर निबंध, 9 नंबर का पूछ लिया जाता है | इसलिए यहां पर बताए गए प्रदूषण पर निबंध को याद कर लें क्योंकि यह कक्षा 12वीं हिंदी पेपर यूपी बोर्ड में पूछा जा सकता है |

प्रदूषण पर निबंध : यूपी बोर्ड कक्षा 12 हिंदी निबंध लेखन

प्रदूषण पर निबंध कैसे लिखें?

सबसे पहले प्रदूषण का अर्थ लिखना है, फिर प्रदूषण के प्रकार; जैसे – वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, मृदा प्रदूषण और जल प्रदूषण को लिखना हैं अंत में आपको उप संघार को लिखना हैं |

प्रदूषण का अर्थ –

पर्यावरण मानव जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है ,यदि हमारा पर्यावरण जहां पर हम रहते हैं वह प्रदूषित है। तो हमारा जीवन भी एक तरीके से प्रदूषित है अगर हम अपने पर्यावरण की स्वच्छता को बनाए रखते हैं । उसकी बहुलता को बनाए रखते हैं तो हमें जीने में आसानी होती है और हम अपने जीवन को एक बेहतर ढंग से निरोगी अवस्था में जी सकते हैं।

प्रदूषण के प्रकार –

  1. वायु प्रदूषण
  2. ध्वनि प्रदूषण
  3. मृदा प्रदूषण
  4. जल प्रदूषण

1. वायु प्रदूषण –

वायु हमारे जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है यदि हम ऑक्सीजन ना पाए तो हमारा जीवन समाप्त हो जाएगा जो हमारा जीवन चलता है वह ऑक्सीजन के द्वारा ही चलता है ।जीवधारी अपनी क्रियाओं द्वारा ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड छोड़ते रहते हैं, जिसमें ऑक्सीजन को ग्रहण करते हैं,और कार्बन डाइऑक्साइड को छोड़ते हैं, अगर हम इसके विपरीत पौधों की बात करें तो पौधे कार्बन डाइऑक्साइड को ग्रहण करते हैं और ऑक्सीजन को छोड़ने का कार्य करते हैं, यही क्रिया चलती रहती है, और पृथ्वी का सामंजस्य बना रहता है। यदि हम ऑक्सीजन को ना पाए तो हमारा जीवन समाप्त हो जाता है जितने भी जिओ यहां पर चल रहे हैं सभी ऑक्सीजन को ग्रहण करते हैं वे ऑक्सीजन के बिना इस पृथ्वी पर जीवित नहीं रह सकते हैं।

2.ध्वनि प्रदूषण –

ध्वनि प्रदूषण आजकल बहुत ही मुख्य समस्या बन गई है यदि ध्वनि प्रदूषण ना हो तो हमारा जीवन बहुत ही आसान हो जाता है आजकल के जमाने में विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि आपको जगह जगह पर उसके द्वारा ध्वनि प्रदूषण देखने को मिलता है मोटर गाड़ी रेलगाड़ी आदि ऐसे वाहनों के द्वारा भी ध्वनि प्रदूषण बहुत ज्यादा हो रहा है यदि हम इंधन प्रदूषण को कम करना चाहते हैं तो विज्ञान को और भी इस क्षेत्र में तरक्की करनी चाहिए और दूसरी तरफ हम देखते हैं कि धार्मिक स्थलों पर ध्वनि का प्रदूषण बहुत ज्यादा हो रहा है। धार्मिक स्थलों पर प्रार्थना अजान आदि चीजों को करने के लिए जो स्पीकर का उपयोग किया आज आ रहा है वह स्पीकर से जो आसपास के लोग हैं उनको रहने में बहुत ही समस्याओं का सामना करना पड़ता है। ध्वनि प्रदूषण से कान की बीमारियां बढ़ने लगती हैं और व्यक्ति को कान से सुनाई कम देने लगता है।

3. मृदा प्रदूषण –

यदि हम पृथ्वी पर अपने जीवन को बचाना चाहते हैं, तो हमें अपनी मृदा को बचाना होगा हमारी मृदा के द्वारा ही हम अपना जीवन चला पाते हैं, जैसे की हम अपने मृदा में फसलों को गाना फसलों को काटना और उससे अपना जीवन यापन करके हम अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं यदि हम इसी मृदा में पॉलीथिन प्लास्टिक और रासायनिक उर्वरकों का उपयोग करके यदि हम खेती करते हैं ,तो हमारी मृदा लगातार प्रदूषित हो रही है ,इसका कारण यही है। कि हम अपनी मृदा के प्रति बिल्कुल लापरवाह होते जा रहे हैं इस पर हमें ध्यान देने की जरूरत है ।हमें अपने मिर्जा का खासतौर पर ध्यान देना होगा यदि हम ध्यान नहीं देंगे तो एक दिन हमारी जो मृदा है वह बंजर हो जाएगी और खेती करने योग्य नहीं बचेगी ,तो मनुष्य का जीवन मृदा पर ही निर्भर है ।वह बिल्कुल समाप्त हो जाएगा इसलिए आप सभी को मृदा पर बिल्कुल ध्यान देना होगा ताकि हमारी मृदा बची रहे।

4. जल प्रदूषण –

जल जल ही जीवन है, यदि हम लोग जल को ना बचाएं तो कुछ समय बाद ऐसा आ जाएगा कि हमें पीने योग्य पानी भी नहीं मिलेगा आजकल जो हमारी नदियां हैं और जो हमारी गंगा हैं वह इतनी ज्यादा प्रदूषित हो रही हैं कि हम उसका पानी पीने योग्य नहीं समझते हैं, पहले की जो गंगा थी नदिया थी उसका पानी हम पीने के लिए भी प्रयोग कर लेते थे लेकिन आज की जो गंगा है और नदी है उसका पानी हम पीने के लिए प्रयोग नहीं करते हैं। अगर हम आपको कहें कि आप जल को कैसे बचा सकते हैं तो आप लोग नदियों में नालों में जल को बचाने के लिए का हमें हमें लोगों को जागरूक करना होगा जिससे हमारा जल बच सके तुम मेरे प्यारे स्टंट्स अगर जल को बचाना है तो जल को सीमित मात्रा में यूज़ करें और नदियों में जो गंदे पानी है उसको मत प्रवाहित करें।

उपसंहार –

उपर्युक्त उपर्युक्त लाइनों से पता चलता है। कि हमें वायु प्रदूषण जल प्रदूषण मृदा प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए हमें अपने सरकार को जागृत करना होगा और इसके लिए जगह-जगह पर कैंप लगाकर लोगों को जागरूक करके इस को प्रदर्शित न करने के लिए कहना होगा यदि हमें अपनी पृथ्वी पर अपने वातावरण को बचाना है तो इन सब के लिए सरकार को कार्य अवश्य ही करना होगा अन्यथा एक दिन हमारे प्रति भी है रहने योग्य नहीं रह पाएगी।

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